खजुरहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकापुर में एक चिकित्सक सहित कई स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती दूसरे जगह कर दी गई है। अस्पताल में दवा होने के बावजूद बाहर की दवा मंगाने एवं प्रसव के मामले में पैसा लेने की उच्च अधिकारियों से शिकायत होने के बाद कुछ दिन पूर्व अमर उजाला द्वारा प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी। अस्पताल में काफी अरसे से तैनात रहे चिकित्सक सतीश चंद्रा का तबादला सीएचसी मवई कर दिया गया है। यहां तैनात रहे संविदा फार्मासिस्ट गिरधारी लाल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोछा में नई तैनाती मिली है। जबकि सीएचसी बीकापुर लेबर रूम में कई वर्षों से ड्यूटी कर रही स्टाफ नर्स अमिता वर्मा को भी सीएचसी से हटाकर दूसरी जगह तैनाती दी गई है। सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बीकापुर में कुछ दिन पूर्व 6 मई के अंक में अस्पताल से बाहर की दवा लिखने की खबर अमर उजाला द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। तारुन विकासखंड क्षेत्र के बरांव गांव निवासी राकेश कुमार द्वारा स्वास्थ्य मंत्री प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और अन्य अधिकारियों से बाहर की दवा लिखने की शिकायत पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत भी की गई थी। बताया था कि रात में जब वह अपनी बीमार बहन का दवा उपचार कराने सीएचसी बीकापुर आया था तो काफी अव्यवस्था मिली जिससे वह काफी आहत हुआ। बताया जाता है कि उस रात इमरजेंसी में डॉ सतीश चंद्रा और फार्मासिस्ट गिरधारी लाल की ड्यूटी थी। और दोनों लोगों का तबादला हुआ है। प्रसूता के तीमारदार से पैसा मांगने की शिकायत होने के बाद कुछ दिन पूर्व खबर अमर उजाला द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी जिसके चलते स्टाफ नर्स अमिता वर्मा को दूसरी जगह भेजा गया है। समझा जाता है कि उच्चाधिकारियों से शिकायत होने एवं अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद चिकित्सक फार्मासिस्ट और स्टाफ नर्स को दूसरी जगह भेजा गया है। जबकि खबर प्रकाशित होने के बाद सरकारी अस्पताल में तैनात चिकित्सकों द्वारा अस्पताल के बाहर की दवा लिखने के मामले को उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने भी अपने संज्ञान में लिया था। और मुख्य चिकित्साधिकारी अयोध्या को 4 दिन के भीतर रिपोर्ट मांग मांगी गई थी।। अधीक्षक अवधेश कुमार सिंह द्वारा सीएचसी से एक चिकित्सक एक स्टाफ नर्स एवं संविदा फार्मासिस्ट की दूसरी जगह तैनाती मिलने की पुष्टि की गई है।