मरी पड़ी मछलियों से दूषित हो रहा पौराणिक सरोवर का पानी
– विश्व प्रसिद्ध भरतकुंड के कैकई सरोवर में जलस्तर घटने से लगा गंदगी का अंबार
आयोध्या मसौधा। विश्व प्रसिद्ध भरतकुंड के पौराणिक कैकई सरोवर में घटते जलस्तर से बढ़ रही गंदगी के चलते जीव जंतुओं के मरने का सिलसिला शुरू हो गया है। बानगी के तौर पर सरोवर में मरी पड़ी दिख रही दर्जनों मछलियों की सड़ांध से संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। हालात यह हैं कि दर्शनार्थ भरतकुंड पहुंचने वाले श्रद्धालु भी इस पौराणिक सरोवर के पवित्र जल कुंड के पानी से आचमन करने से भी परहेज करने लगे हैं। वहीं भरतकुंड महोत्सव जैसे विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों से नये क्लेवर के रूप में विकसित हो रही धार्मिक नगरी भरतकुंड के विकास के जिम्मेदार शासन प्रशासन सहित पर्यटन विभाग के अधिकारी भी इस ओर मुंह करने से परहेज करने लगे है।इसका अंदाजा इस बात से लगाया जाने लगा है कि मछलियों के मरने की हो हल्ला सुनने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी सरोवर की सफाई और पर्याप्त जलापूर्ति के लिए भरतकुंड आने की जहमत नहीं उठाए।
भरतकुंड की धार्मिकता में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से नई पहचान देने वाले भरतकुंड महोत्सव के प्रभारी अंजनी कुमार पांडे ने बताया कि सरोवर में मछलियों के मरने का सिलसिला पखवाड़े भर से शुरू हो गया है। वजह के तौर पर बताते हैं कि 15 फरवरी के बाद से तापमान बढ़ने के साथ – साथ सरोवर में निरंतर घट रहे जल स्तर तथा जलकुंभी के लगे अंबार से उपजी गंदगी मछलियों के मरने में काफी हद तक जिम्मेदार है। बताया कि दूरभाष के जरिए मछलियों के मरने की सूचना भी पर्यटन विभाग के अधिकारियों को दी गई। बावजूद इसके अदना सा कर्मचारी भरतकुंड पहुंचने की जहमत नहीं उठाया। मछलियों के मरने का सिलसिला लगातार जारी है।
भरतकुंड के राम भरत मिलाप एवं भरत गुफा के महंत परमात्मा दास में भी अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि भरतकुंड के पौराणिक कैकई सरोवर की सफाई अबिलंब कराने की जरूरत है। अन्यथा अभी तो मछलियों समेत जीव जंतु ही मर रहे हैं। इतना ही नहीं, हालात यही रहे तो मानव जीवन के लिए भी खतरा बढ़ जायेगा। साथ ही साथ देश के कोने- कोने से आने वाले श्रद्धालु भी इस पवित्र जल कुंड के पानी से आचमन करने से भी परहेज करने लगेगें हैं। कहा कि जिला प्रशासन को चाहिए कि वह पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर सरोवर की अविलंब सफाई कराए। जिससे मरी हुई मछलियों की सड़ांध से संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा कम हो सके। श्रद्धालु भी इस पवित्र जल कुंड का के पानी का आचमन कर सकें।
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जल्द कराई जाएगी सरोवर की सफाई
विश्व प्रसिद्ध भरत जी की तपोभूमि भरतकुंड के पौराणिक कैकई सरोवर की सफाई जल्द कराई जाएगी। इसके लिए खंड विकास अधिकारी मसौधा और क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अयोध्या को सफाई कराने के लिए कहा जा रहा है। रही मछलियों के मरने और सड़ांध फैलने का खतरा यह उनकी जानकारी में नहीं है। स्थानीय बाशिंदों को संक्रामक बीमारियों के फैलने के खतरे से बचाने के लिए त्वरित गति से कार्रवाई होगी।
– अनुराग प्रसाद –
उप जिलाधिकारी सोहावल अयोध्या