लिखो तरक्की का नया अध्याय’ थीम पर मनाया ‘विश्व जनसंख्या दिवस
नई जनसंख्या नीति और आगे की राह’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
गोंडा। टाउनहाल आयोजित कार्यक्रम लगातार बढ़ती जनसंख्या एक तरह से विकास में बाधक है। समाज में व्याप्त गरीबी, भुखमरी, अशिक्षा और बेरोजगारी जैसी समस्याओं के पीछे काफी हद तक जनसंख्या वृद्धि जिम्मेदार है।
ये विचार सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने सोमवार को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर गाँधी पार्क स्थित टॉउन हॉल में आयोजित सेमिनार का शुभारम्भ करने के दौरान व्यक्त किये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी परिवार कल्याण सेवाएं डॉ एपी सिंह, जिला चिकित्सालय की प्रमुख अधीक्षिका डॉ इन्दूबाला, जिला महिला चिकित्सालय अधीक्षिका डॉ सुषमा सिंह, एसएमओ डॉ विनय डांगे व एससीपीएम ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज ऐंड हॉस्पिटल की सह संस्थापिका अल्का पाण्डेय समेत अन्य लोगों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इसके बाद सीएमओ व एसीएमओ आदि ने अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर अतिथियों का स्वागत और सम्मान किया।
जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार ने कहा कि परिवार की खुशहाली, शिक्षा, स्वास्थ्य और तरक्की तभी संभव है, जब परिवार सीमित होगा। विकास के उपलब्ध संसाधनों का समुचित वितरण और बढ़ती जनसँख्या दर के बीच संतुलन कायम करने के उद्देश्य से आज सबसे अधिक जरूरत जनसँख्या स्थिरीकरण की है। मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने वर्तमान में बढ़ती आबादी के कारण होने वाले दुष्प्रभावों और इससे जुड़े सभी मुद्दों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कर उन्हें जागरूक करना ही इस दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य बताया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ परिवार को सीमित रखने पर जोर दिया। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. एपी सिंह ने कहा कि समुदाय में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता लाने के लिए फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं के माध्यम से दो चरणों में परिवार नियोजन पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके पहले चरण में 27 जून से 10 जुलाई तक दम्पति सम्पर्क पखवाड़ा मनाया गया, जिसके तहत लक्षित दम्पति को चिन्हित कर परिवार नियोजन साधनों को अपनाने के प्रति प्रेरित किया गया। अगला चरण जनसँख्या स्थिरता पखवाड़ा का आज से शुरू हो रहा है जो 30 जुलाई तक चलेगा। इसके तहत लक्षित दम्पति को सेवा प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम का संचालन संचालन एसीएमओ डॉ एपी सिंह व मंथन संस्था के दीपक श्रीवास्तव ने किया।