बसपा नेता के गुर्गो द्वारा दलित पर किया गया अत्याचार

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श्रद्धानंद मिश्रा की रिपोर्ट:-

दलितों की जमीन पर बसपा नेता द्वारा अपने गुर्गों के साथ दबंगई के बल पर किया जा रहा कब्जा

जहां एक तरफ प्रदेश सरकार दलितों, शोषितो, महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए गंभीर दिख रही है।

वही बस्ती जिले के कप्तानगंज थाने की पुलिस सरकार की छवि को खराब करने पर आमादा है।

कप्तानगंज थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर ही दिनदहाडे भू माफियाओं ने असलहे के बल पर दलित की जमीन पर कब्जा किया।

दलित महिलाओं के मना करने पर बसपा नेता के गुर्गों द्वारा अश्लील हरकत तथा छेड़खानी भी की गई और महिलाओं को मारा पीटा गया।

अवैध असलहा से जान से मारने के लिए दौड़ाया गया।

पीड़ित परिवार द्वारा बसपा नेता चंद्रशेखर वर्मा सहित एक दर्जन लोगों के खिलाफ कप्तानगंज थाने में दिया गया प्रार्थना पत्र।

बसपा नेता चंद्रशेखर वर्मा के दबाव में पुलिस नहीं दर्ज कर रही है मुकदमा।

पीड़ित ने कहा अगर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो आत्महत्या करेंगे परिवार सहित इसकी जिम्मेदारी कप्तानगंज पुलिस की होगी।

इस मामले पर जब कप्तानगंज पुलिस से बात की गई तो थाना अध्यक्ष कप्तानगंज ने कहा मेरे जानकारी में है मामला।

पीड़ित परिवार जिलाधिकारी कार्यालय पर बैठी धरने पर डीएम के आश्वासन पर धरना खत्म किया गया

– ताजा मामला बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के राजा जोत गांव का है जहां एक दलित परिवार राम बोध की जमीन कप्तानगंज थाने से लगभग 300 मीटर दूरी पर वालेस चौराहे पर है जोकि राम बोध द्वारा न्यायिक उप जिलाधिकारी बस्ती के न्यायालय से स्थगन आदेश है, इसके बावजूद भी पुलिस की मिलीभगत से बसपा नेता चंद्रशेखर बर्मा के दबाव में जबरन पुलिस द्वारा कब्जा कराया जा रहा है पीड़ित ने सीधा आरोप लगाया की कप्तानगंज पुलिस बसपा नेता के दबाव में है मैं घर पर था नहीं बस्ती चला गया था इसके बावजूद भी जब घर की महिलाएं मना करने गई कि इस जमीन का न्यायालय से स्थगन आदेश है जब फैसला होगा तो जमीन पर कब्जा करे तो बसपा नेता के गुर्गों लगभग 1 दर्जन से अधिक लोगों द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी किया गया छेड़खानी किया गया मारा पीटा गया और असलहे से दौड़ाया गया इसकी सूचना कप्तानगंज पुलिस को दी गई लेकिन कप्तानगंज पुलिस कार्रवाई के बजाय पीड़ित परिवार पर ही दबाव बनाया जा रहा है कि तहरीर बदल दीजिए तब मुकदमा लिखेंगे और अवैध कब्जा जो किए हैं उसको है हटवाएंगे ऐसे में कहीं ना कहीं योगी सरकार की छवि खराब कर रही है कप्तानगंज पुलिस ।
कार्यवाही करने के बजाय पीड़ित परिवार पर ही पुलिस द्वारा दबाव बनाया जा रहा है जिससे f.i.r. ना दर्ज किया जाए । कहीं ना कहीं बसपा नेता के दबाव में कप्तानगंज पुलिस है इस संबंध में जब थाना अध्यक्ष कप्तानगंज से बात की गई तो उन्होंने कहा मामला मेरे संज्ञान में है देखते हैं

अब सबसे बड़ा सवाल यह सामने उठ कर आ रहा है क्या इस दलित परिवार का f.i.r. कप्तानगंज पुलिस दर्ज लिखे गी या नहीं पीड़ित परिवार की ,यह सवाल उठ रहा है क्योंकि बसपा नेता सत्ता में गलियारों में पकड़ काफी मजबूत है।

पीड़ित परिवार न्याय ना मिलता देख कर बैठा जिलाधिकारी कार्यालय पर धरने पर जिलाधिकारी के आश्वासन पर धरना किया खत्म जिला अधिकारी बस्ती ने कार्रवाई करने का दिया आश्वासन।

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