दूसरी बार पुष्कर सिंह धामी के सिर सजा उत्तराखंड का ताज
प्रधानमंत्री की मौजूदगी में सीएम पद की ली शपथ
पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली। धामी के साथ आठ मंत्रियों को भी राज्यपाल ने शपथ दिलाई। नई कैबिनेट में पुराने और नए चेहरों का शामिल किया गया है। इसमें पुराने मंत्रिमंडल के पांच मंत्रियों को फिर से जगह मिली है। पिछली विधानसभा के अध्यक्ष रहे प्रेमचंद्र अग्रवाल को भी धामी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। नए चेहरों में सौरभ बहुगुणा और चंदन राम दास को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है।
धामी की पुरानी कैबिनेट में 11 विधायक मंत्री बनाए गए थे। इन 11 में से दो मंत्री हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य पार्टी छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। बाकी नौ मंत्रियों में से स्वामी यतिश्वरानंद हरिद्वार ग्रामीण सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत से चुनाव हार गए थे। बचे आठ मंत्रियों में से पांच को इस बार भी जगह मिली है। इनमें रेखा आर्य, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, सतपाल महाराज और धन सिंह रावत शामिल हैं। वहीं, तीन मंत्रियों अरविंद पांडेय, बिशन सिंह चुफाल और बंशीधर भगत को नई कैबिनेट में जगह नहीं मिली। इनकी जगह तीन नए चेहरे मंत्रिमंडल का हिस्सा होंगे। नए चेहरों में पिछली विधानसभा के अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल सबसे अहम हैं। पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ बहुगुणा को भी धामी कैबिनेट में जगह मिली है। 43 साल के बहुगुणा और रेखा आर्या धामी कैबिनेट के सबसे युवा चेहरे हैं। सौरभ सितारगंज से जीतकर लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। सौरभ के दादा हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। बागेश्वर से जीते चंदन राम दास को भी कैबिनेट में जगह मिली है। दास लगातार चौथी बार विधायक बने हैं।
कैबिनेट की औसत उम्र करीब 56 साल
धामी कैबिनेट की औसत उम्र 55.9 साल है। मुख्यमंत्री धामी समेत तीन मंत्री 50 साल से कम उम्र के हैं। कैबिनेट की अकेली महिला मंत्री रेखा आर्य और सौरभ बहुगुणा 43 साल के हैं तो मुख्यमंत्री धामी की उम्र 46 साल है। 50 से 60 साल के मंत्रियों में केवल 52 साल के धन सिंह रावत हैं। बाकी पांच मंत्री 60 साल से अधिक उम्र के हैं। सतपाल महाराज कैबिनेट के सबसे अमीर मंत्री होने के साथ ही सबसे बुजुर्ग मंत्री भई हैं। महाराज की उम्र 70 साल है।
गणेश जोशी कैबिनेट के सबसे कम पढ़े लिखे मंत्री हैं। जोशी सिर्फ 10वीं पास हैं। सतपाल महाराज 12वीं पास हैं। चंदन राम दास स्नातक हैं। वहीं, मुख्यमंत्री समेत चार मंत्री परास्नातक हैं। धन सिंह रावत कैबिनेट के सबसे पढ़े लिखे मंत्री हैं। रावत ने पीएचडी की है। वहीं, सौरभ बहुगुणा ने एलएलबी की है।