गोण्डा की सच्चाई अखबार का रजिस्ट्रेशन एवं सम्पादक के विषय में पुलिस अधीक्षक को प्राथना पत्र देकर जांच की गई मांग
गोंडा-जनपद में गोण्डा की सच्चाई अखबार का रजिस्ट्रेशन सम्पादक ने इस पते पर, निवासी ग्राम मंगुरही, तहसील-करनैलगंज, थाना-कटराबाजार दर्ज कागजात है जो कि तथ्यों को छुपाकर अर्जित किया गया है इसकी क जॉच हेतु उचित कार्यवाही कराने के लिए एक वयकित ने प्रर्थना पत्र दिया है
शिकायतकर्ता ने एप्लीकेशन में कहा है गोण्डा की सच्चाई अखबार का रजिस्ट्रेशन सम्पादक के रूप में इस पाते पर, निवासी ग्राम-मंगुरही, तहसील- करनैलगंज, थाना-कटराबाजार दर्ज कागजात है जो कि तथ्यों को छुपाकर दिनांक 06-06-2023 को रजिस्ट्रेशन प्रमाण-पत्र प्राप्त किया गया है। जैसा कि विदित है कि सूचना निदेशक कार्यालय, उत्तर प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार के स्पष्ट दिशा-निर्देश है कि जो भी व्यक्ति, समूह एवं संस्थान जिसके खिलाफ किसी भी तरह का मुकदमा ना पंजीकृत हो उसी को दिया जाएगा ऐसे में इस अखबार के संपादक के ऊपर गोण्डा में अभियोग पंजीकृत था एवं
किसी तरह का कोई मुकदमा पंजीकृत दिनांक 06-06-2023 के बाद
है या कभी हुआ था। जिस व्यक्ति, समूह एवं संस्थान का अपराधिक इतिहास है, वह किसी भी सुरतेहाल में किसी भी रजिस्टर्ड अखबार का न तो सम्पादक बन सकता है और न ही उस व्यक्ति, समूह एवं संस्थान के नाम से किसी अखबार का रजिस्ट्रेश किया जा सकता है यह एक गम्भीर जॉच का विषय है कि गोण्डा की सच्चाई अखबार के रजिस्ट्रेशन हेतु किया गया
इनका अपराधिक इतिहास को छुपाकर उपरोक्त आवेदनकर्ता के चरित्र प्रमाण पत्र को आपके अधीनस्थ पुलिस शाखा डी०सी०आर०बी० एवं एल०आई०यू० के द्वारा सत्यापित करके आवेदनकर्ता के पक्ष में जारी कर दिया गया, जबकि आवदेनकर्ता सुश्री पुनीता मिश्रा पुत्री श्री रविन्द्रनाथ मिश्रा के विरूद्ध दिनांक 06-06-2023 से पूर्व में ही थाना कोतवाली नगर,गोण्डा के विरूद्ध गम्भीर अपराधिक धाराओं में थाना कोतवाली नगर, गोण्डा में मुकदमे पंजीकृत है, जिसकी सूचना भी आपके अधीन पुलिस शाखा डी०सी०आर०बी० एवं एल०आई०यू० द्वारा अभी तक सूचना निदेशक, उत्तर प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार को उपलब्ध नहीं करायी गयी है
आपको बता दें कि दिए गए प्रथना पत्र प्रार्थना मांग की गई है कि उक्त प्रकरण की स्वयं गम्भीरता से जॉच करें जिससे गोण्डा जनपदवासी भयमुक्त होकर अपना जीवनयापन कर सकें और माननीय सूचना निदेशक, उत्तर प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार के दिशा-निदेशों का अनुपालन किया जाये और कूटरचित आधार पर अर्जित
अब देखने वाली बात होगी कि जिला प्रशासन इसको कितना गंभीरता से लेता है और किस तरह से इस प्रकार भाई करता है और क्या रिपोर्ट सूचना निदेशालय को भेजता है