करनैलगंज(गोंडा)। बेटे की रिहाई कराने परिजनों के जेल पहुंचने के पहले ही युवक को रिहा कर दिया गया। आठ साल बाद जेल से रिहा हुआ व्यक्ति देर शाम तक घर नहीं पहुंचा, परिजन उसकी तलाश में दर दर भटक रहे हैं। परिजनों ने पुलिस अधीक्षक एवं जेल अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर तलाश व कार्रवाई की मांग की है। करनैलगंज नगर के मोहल्ला सकरौरा पूर्वी निवासी मोहम्मद अली ने दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उनका लड़का लतीफ पिछले 8 साल से जेल में बंद था। उसकी रिहाई के पेपर जेल पहुंच गए थे। शनिवार को उसकी रिहाई होनी थी, जब वह अपने बेटे को लेकर लेने जेल पहुंचा तो उसे बताया गया कि शनिवार को सुबह 7 बजे जिला कारागार से उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है। मगर शनिवार देर शाम तक वह अपने घर नहीं पहुंचा और न ही उसका कोई पता चल रहा है। मोहम्मद अली का कहना है कि लगातार गोंडा शहर व करनैलगंज क्षेत्र में उसकी तलाश कराई जा रही है फिर भी कोई पता नहीं चला। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक एवं जेल अधीक्षक को शनिवार दोपहर बाद प्रार्थना पत्र भी दिया और बेटे की तलाश कराने की मांग की है। मोहम्मद अली का आरोप है कि बिना परिजनों के पहुंचे ही उनके बेटे को जेल से रिहा करने की बात कही जा रही है। जबकि 10 बजे परिजन जिला कारागार पहुंचे तब उन्हें पता चला की उनके बेटे को सुबह 7 बजे ही रिहा कर दिया गया है। परिजन बेटे की तलाश के लिए भटक रहे हैं।