गोण्डा जिले के 70 आयुर्वेदिक चिकित्सकों का हुआ सम्म्मान

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राजस्थान औषधालय मुम्बई का आयुर्वेदिक चिकित्सक सम्मान समारोह सम्पन्नआ

युर्वेदिक चिकित्सकों की कोविड-19 में रही मुख्य भूमिका – डॉ. दिवेश श्रीवास्तव

राजस्थान औषधालय ने आयुर्वेदिक चिकित्सकों का सम्मान कर दी नई दिशा – डॉ. विजय प्रताप मौर्या

गोण्डा। राजस्थान औषधालय (आरएपीएल ग्रुप ) मुम्बई द्वारा पूरे भारत भर में चलाये जा रहे डॉक्टर्स सम्मान समारोह के क्रम में  मुख्यालय स्थित नीलकंठ टावर में डॉक्टर्स सम्मान समारोह शनिवार को आयोजित हुआ । जिसमें जिले के 70 आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। डॉक्टर्स सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि जिले के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. दिवेश श्रीवास्तव ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर लाखों कोविड-19 के मरीजों की जिंदगी बचाई। असल कोरोना योद्धा आयुर्वेद के चिकित्सक हैं। अगर भारत में आयुर्वेदिक दवाईयों का ईस्तेमाल माल नहीं किया जाता तो देश में कोरोना से भयावह स्थिति पैदा होती।

डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि डॉक्टर्स सम्मान समारोह में उन आयुर्वेदिक चिकित्सकों का सम्मान किया गया, जिन्होंने जिले में कोविड-19 के दौरान निस्वार्थ भाव से आमजन की सेवा की। उसी को देखते हुए आरएपीएल ग्रुप मुम्बई ने आयुर्वेदिक डॉक्टर्स का सम्मान कर नई ऊर्जा दी हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा जिस तरह से जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की गई, उसी का परिणाम हैं कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा।

इस दौरान कार्यक्रम में बतौर अतिथि डॉ. विजय प्रताप मौर्या ने कहा कि कोविड-19 के दौरान आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर मानवीय सेवा कर साबित किया कि एक चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता हैं। आयुर्वेदिक औषधियां कोरोना के दौरान कारगर साबित हो रही थी, उस समय आयुर्वेद के डॉक्टर्स के उपर भी बड़ी जिम्मेवारियां आई, जिसका गोण्डा जिले के चिकित्सकों ने सामना किया। उसी मेहनत को समझते हुए राजस्थान औषधालय ने सम्मानित कर आयुर्वेदिक डॉक्टर्स को नई दिशा दी है। उन्होंने आरएपीएल ग्रुप के चैयरमेन रहे डॉ. सलाऊदीन चोपदार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने भारत में नशा मुक्त अभियान की शुरुआत कर देश के लाखों लोगों को नशा मुक्ति की दवा देकर नया जीवनदान दिया।

डॉक्टर्स सम्मान समारोह में आयुर्वेदाचार्य डॉ. आर.एस.तिवारी ने कहा कि आयुर्वेद पद्धति को अपनाकर ही कोरोना को हराया जा सकता हैं। कोविड-19 से लड़ने के लिए आयुर्वेद नई-नई खोज कर दवाई तैयार कर रहा हैं। उन्होंने सम्मानित हुए सभी चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि जिस तरह आरएपीएल ग्रुप ने गोण्डा जिले के डॉक्टर्स को सम्मानित कर हौसला बढ़ाया हैं, उसी प्रकार से कोरोना की थर्ड वैव में पूरी निष्ठा और लगन से जिले के डॉक्टर्स आमजन की सेवा करेंगे। चिकित्सकों ने जिस तरह से जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की, उसी का परिणाम हैं कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर मानवीय सेवा कर साबित किया कि चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता है। समारोह में बतौर अतिथि डॉ. एस.के. सिंह, डॉ. ए.के. गुप्ता, डॉ. जे.पी. गुप्ता, डॉ. राकेश चंद श्रीवास्तव ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने आयुर्वेदिक प्रणालियों का उपयोग करते हुए मरीजों को काढ़ा सहित अन्य प्रकार की आवश्यक दवा उपलब्ध करवाई, जो कि कारगर साबित हुई। उन्होंने कहा कि आरएपीएल ग्रुप ने जिस तरह से डॉक्टर्स का सम्मान किया हैं, उससे हर चिकित्सक का मनोबल बढ़ा हैं, भारत के प्राचीनतम पद्धति की पूरे विश्व ने प्रशंसा की हैं, जिसको आरएपीएल गु्रप मॉर्डन बनाकर विश्व भर में पेश कर रहा है। डॉक्टर्स सम्मान समारोह की शुरूआत धन्वतंरि पूजा से की गई, जिसमें अतिथियों ने धन्वतंरि की प्रतिमा पर दीप प्रजवल्लित किया। इस दौरान कार्यक्रम में आरएपीएल ग्रुप के चैयरमेन डॉ. सलाऊदीन चोपदार को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर सम्मान समारोह में डॉ. ज्योति नारायण गुप्ता, डॉ. आशीष कुमार गुप्ता, डॉ. अवधेष कुमार यादव, डॉ. कैश मिश्रा, डॉ. अखिलेश गुप्ता, डॉ. अर्जुन वर्मा, डॉ. ललित मोहन सिंह, डॉ. सत्यप्रकाश पांडे, डॉ. मुरारी गुप्ता, डॉ. कैलाशनाथ वर्मा, डॉ. सैयद आसिम अबरार, डॉ. सैयद फरहान अली, डॉ. संजीव कुमार चौहान, डॉ. अरविन्द चौहान, डॉ. मनोज माथुर, डॉ. आकाश धर द्विवेदी, डॉ. भीम शंकर, डॉ. शलैन्द्र वर्मा, डॉ. शैलेन्द्र वर्मा, डॉ. अजय, कॉर्डिनेटर बुशरा शैख, आरएपीएल के प्रकाश भूषण, अवध द्धिवेदी सहित जिले भर के आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।

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