टोरेंट गैस कर्मचारियों की लापरवाही से सरकार की मंशा पर फेर रहे पानी , सीएनजी गैस ना मिलने से फैल रहा है प्रदूषण ,कर्मचारियों की लापरवाही से पेट्रोल टंकीयों पर लग रहा है लंबा जाम , जाम लगने से आने जाने वाले यात्रियों को हो रही है काफी परेशानी, पेट्रोल टंकी यों के कर्मचारी गाड़ियों के ड्राइवर पर बनाते हैं दबाव की गैस ना भरा कर पेट्रोल भराये।
2019 में लोकसभा चुनाव से पहले टॉरेंट गैस कंपनी ने आदर्शआचार संहिता लगने के 2 दिन पहले आनन-फानन में गोंडा बाराबंकी बहराइच जैसे कई जिलों का उद्घाटन 2 दिन में बिना कुछ कार्य किए करवा दिया हालांकि प्रक्रिया पूरी होते-होते लगभग 2021 में बस्ती में बाराबंकी में कुछ काम इनका शुरू हो गया लेकिन 2023 चल रहा है अब तक घरेलू गैस जनपद में कुछ घरों को छोड़कर बाकी कागजों में हो सकता है पेट भर दिया गया हो लेकिन धरातल पर आज भी गोंडा शहर गैस कनेक्शन का इंतजार कर रहा है गैस कनेक्शन के नाम पर कई घरों में पाइपलाइन तो डाल दी गई लेकिन सिर्फ घरों में करेक्शन ही दे दिया गया लेकिन अभी घरेलू गैस टोरेंट कंपनी घरों तक पहुंचाने में असफल रही ।
– बस्ती जिले में टोरेंट गैस कर्मचारियों की लापरवाही से पेट्रोल टंकी पर लग रहा है , इतनी लंबी लंबी लाइनें लग रही है ,कि जाम सड़कों पर लग जा रहा है जाम में फंसे यात्री बताते हैं कि हम लोगों को इस जाम से निदा दिलाई जाए क्योंकि यहां गैस गाड़ियों में भरवाने के लिए लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं, और समय पर गैस नहीं मिल पा रहा है गैस न मिलने के कारण हम लोग समय से अपने कामों पर नहीं पहुंच पा रहे हैं यहां तक कि हम लोगों के ऊपर दबाव बनाया जाता है कि गैस ना लेकर पेट्रोल भरा लीजिए क्योंकि गैस सस्ता मिलता है और पेट्रोल गाड़ियों में भरवाने पर महंगा पड़ता है,जहा सरकार द्वारा जगह जगह कंपनियों टेंडर देकर सीएनजी गैस पेट्रोल टंकी पर लगाकर पेट्रोल डीजल का भार जनता पर कम पड़े सीएनजी गैस जनता को सस्ते में उपलब्ध कराने की सोच है वही केंद्र और प्रदेश सरकार की मंशा पर टोरेंट गैस के कर्मचारी बस्ती जिले में पानी फेर रहे हैं जहां सरकार द्वारा हर जिलों में सीएनजी गैस उपलब्ध कराने का व्यवस्था बनाई है वही बस्ती जिले में पेट्रोल पंप कर्मचारियों और बस्ती जिले में टोरेंट गैस कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण पेट्रोल टंकी ऊपर बोर्ड लगाया जाता है कि गैस खत्म हो गया है जबकि गैस भरा रहता है इसके बावजूद भी बोर्ड लगाकर की गैस खत्म हो गया है पेट्रोल बेचा जाता है जिसे मजबूरन गाड़ी वाले पेट्रोल लेते हैं महंगे दाम पर और गाड़ियों में पेट्रोल से चलने पर प्रदूषण भी फैलता है बस्ती जिले में टोरेंट गैस की छवि खराब करने के लिए उनके कर्मचारियों द्वारा यह कारनामा किया जा रहा है,
वही गाड़ी मालिकों द्वारा यह बताया गया कि पेट्रोल महंगा पड़ता है गैस सस्ता पड़ता है एवरेज उतना ही मिलता है जितना हम पेट्रोल भर आएंगे और गैस दोनों का एवरेज बराबर रहता है हमारे लिए सीएनजी गैस सस्ता पड़ता है लेकिन बस्ती के टोरेंट गैस के कर्मचारियों की लापरवाही से सीएनजी गैस हम लोगों को समय पर नहीं मिलता है,
बस्ती जिले के जेल गेट के सामने जो पेट्रोल टंकी है यहां भारी जाम लग जाने के कारण लगभग 1 घंटे से ऊपर माहुली और बस्ती मार्ग भी जाम था साथ ही एनएच 28 लखनऊ गोरखपुर मार्ग 5 वर्ष के पास पेट्रोल टंकी पर भारी जाम लग जाने के कारण एक लेंथ लगभग 1 से 2 घंटे तक जाम लगा रहा
वही इस संबंध में बस्ती टोरेंट गैस सर्विस के मैनेजर परवीन से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा खबर जाकर छाप दीजिए हम लोगों की पहुंच मोदी तक है यह गुजरात की कंपनी है गैस के मालिक मोदी के बहुत करीबी हैं