उ0प्र0 कौशल विकास मिशन योजनान्तर्गत जनपद गोण्डा में आबद्ध प्रशिक्षण प्रदाता मे0 टेक्नोहराइजन द्वारा संचालित आवासीय केन्द्र एम0एफ0डी0 पब्लिक स्कूल परिसर में संचालित निजी आई0टी0आई0, साबरपुर, गोण्डा का मुख्य विकास अधिकारी ने उपायुक्त श्रम एवं रोजगार, जिला विकास अधिकारी/जिला पंचायत राज अधिकारी, उपायुक्त स्वतः रोजगार गोण्डा के साथ औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान केन्द्र जिस भवन में संचालित है वहां पर निजी आई0टी0आई0 के भी बैच संचालित होते हैं एवं विद्यालय के शिक्षक/शिक्षकायें छात्रावास के परिसर में निवासित पाये गये। इस पर महोदय ने घोर नाराजगी व्यक्त की गयी। इसके अतिरिक्त केन्द्र दूसरे आवासीय केन्द्र के 02 बैचों का स्थानान्तरण बिना किसी सूचना के संस्था द्वारा किया गया था एवं केन्द्र उक्त स्थानान्तरित बैचों के 54 महिला प्रशिक्षणार्थियों के सापेक्ष मात्र 27 महिला प्रशिक्षणार्थी उपस्थित पायी गयी 4-5 महिलाये प्रशिक्षणार्थियों की बहने भी उपस्थित थी। केन्द्र प्रभारी श्री आदेश कुमार बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये गये एवं अन्य कार्मिक से अनुपस्थित प्रशिक्षणार्थियों सम्बन्ध में पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि महिलायें आना नही चाहती हैं। केन्द्र पर प्रशिक्षणार्थियों के खान-पान की समुचित व्यवस्था का सत्यापन रसोई घर में बन रहे भोजन की गुणवत्ता को परखकर देखी गयी। रसोई में लगभग 27 प्रशिक्षणार्थियों के लिए मौके पर 3.00 किलो आटे की गूथा रखा पाया गया। लगभग 4 किलो चावल पकाये जाने की तैयारी चल रही थी एवं 3 किलो आलू व 2 किलो टमाटर तथा अरहर की दाल रात्रि भोज के लिए तैयार किया जा रहा था। रसोई जिस कमरे में स्थापित किया गया था वहां कमरा गंदगीयुक्त एवं बर्तन जिस स्थान पर साफ किया जाना था वह स्थान बहुत ही गंदा एवं जलभराव की स्थिति में पाया गया। केन्द्र के परिसर में रोड कच्ची व जलभराव युक्त पायी गयी जिससे आवागमन भी प्रशिक्षणार्थियों काफी दिक्तते होती होगी। 200 मीटर की दूरी पर स्थित विद्यालय के सिक्योरटी गार्ड से महिला छात्रावास की सुरक्षा करायी जा रही है परन्तु संस्था द्वारा पृथक से सिक्योरटी गार्ड नही रखा गया है।
केन्द्र पर मिशन के आवासीय मानको के सापेक्ष व्यवस्थाओं में विभिन्न प्रकार की कमियां देखने को मिली हैं।
इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने संस्था को कालीसूची में डालने हेतु कारण बताओ नोटिस जारी करने के सम्बन्ध में कार्यवाही प्रचलित किये जाने हेतु जिला समन्वयक, कौशल विकास मिशन/उपायुक्त श्रम एवं रोजगार को संस्तुति पत्र मिशन मुख्यालय को प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया। कौशल विकास मिशन को सरकार में लागू किया था की हर उस व्यक्ति को प्रशिक्षित करना है जो निचले पायदान पर है लेकिन कौशल विकास मिशन की सत्यता जानने के लिए जब आज जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचे तो खामियों की एक लिस्ट बनकर तैयार हो गई जिस तरह से सरकार कौशल विकास मिशन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है हर आदमी को रोजगार मुहैया कराने के लिए जगह जगह पर प्रशिक्षण केंद्र खोले गए ऐसी स्थिति में कौशल विकास मिशन की पोल खोलने वाली तस्वीर सामने आई है अब देखने वाली बात यह होगी जिम्मेदार अधिकारी कौशल विकास मिशन जैसे योजना में पाई गई खामियों को किस नजर से देखते हैं और क्या कार्रवाई करते हैं हालांकि मुख्य विकास अधिकारी गोंडा ज्वाइन करने के बाद लगातार हर विभागों पर निगाहें बनाए हुए हैं।