पुलिस की छापेमारी में दो दर्जन लड़कियां आपत्तिजनक स्थिति में बॉयफ्रेंड के साथ मिली
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर शहर में एजूकेशन हब के पास चल रहे दो डार्क केबिन वाले कैफों पर छापा मार कार्रवाई के दौरान स्कूल-कॉलेज के कम से कम 50 लड़के-लड़कियां आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए. कैफों के अंदर से बीयर और शराब की खाली बोतलों के अलावा आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई है. पुलिस ने संचालकों समेत सभी लड़के-लड़कियों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
वीओः शहर के सिविल लाइन थाना इलाके के महावीर चौक के पास स्थित स्वरूप प्लाजा तमाम इंस्टीट्यूट और लाइब्रेरी की वजह से एजूकेशन हब बन गया है, जहां रोजाना हजारों की संख्या में स्टूडें्स पढ़ने आते हैं. सोमवार को गुप्त सूचना के आधार पर सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप और सीओ सिटी व्योम बिंदल ने गुप्त सूचना के आधार पर भारी पुलिस बल के साथ इसी स्वरूप प्लाजा में छापा मारा. छापेमार कार्रवाई कर रही टीम को प्लाजा के ग्राउंड फ्लोर पर संचालित हो रहे कैफे कॉर्नर और थर्ड फ्लोर पर स्थित फ्री फायर कैफे के अंदर से स्कूल-कॉलेज की 20 से अधिक लड़कियां डार्क केबिन में लड़कों के साथ आपत्तिजनक स्थिति में मिली. छापेमार कार्रवाई से स्वरूप प्लाजा में हड़कंप मच गया. दोनों कैफों के अंदर से करीब 50 लड़के-लड़कियां बरामद हुई. इतना ही नहीं मौके से टीम को बीयर की खाली कैन, शराब की खाली बोतले, मेडिसिन और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई. टीम को उम्मीद और सूचना से कहीं अधिक आपत्तिजनक सामग्री और लड़के-लड़कियां मिली. हिरासत में लिए गए लड़के-लड़कियों को थाने पहुंचाने के लिए पुलिस को अतिरिक्त गाड़ियां को व्यवस्था करनी पड़ी. जिसके लिए पुलिस को तीन-चार बार में लड़के-लड़कियों को कार से सिविल लाइन थाने पहुंचाना पड़ा. मौके पर फूड सेफ्टी विभाग की टीम भी पहुंची. सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप और सीओ सिटी व्योम बिंदल का कहना है कि पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी. दोनों कैफों में अवैध तरीके से केबिन बनाए हुए थे. करीब 40-50 लड़के-लड़कियां आपत्तिजनक अवस्था में पाई गई हैं. संचालकों समेत सभी को हिरासत में लिया गया है. फूड सेफ्टी विभाग समेत अन्य विभागों को भी संबंधित मामले में जांच के लिए बुलाया गया है. अधिकारियों का कहना है कि इस इमारत में अधिकांश एजूकेशन से जुड़े इंस्टीट्यूट है. ऐसे में इस तरह के कार्य किए जा रहे थे, जो कि बहुत गलत है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.