डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के आश्वासन पर भी नहीं मिला 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद।
आजमगढ़। जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के पारा गांव निवासी एवं जनरल स्टोर की दुकान करने वाले इंद्रपाल मौर्य और उनकी पत्नी शकुंतला देवी की जून माह में दवा लेने जाते समय अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद पीड़ित परिजनों से प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मुलाकात कर पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने सहित हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। इस दौरान एसडीएम द्वारा परिवार को 25 लाख की मदद की बात भी कही गयी थी। आज मृतक दंपति के पुत्र शिवांश मौर्य अपने परिजनों के साथ मेहता पार्क में भूख हड़ताल पर बैठ गया। शिवांश ने आरोप लगाया कि उसे किसी भी प्रकार कोई मदद शासन प्रशासन द्वारा नहीं दी गई। वह मदद के बावत कई बार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अखबार वगैरह में यह खबर प्रकाशित हुई थी कि एसडीएम द्वारा परिजनों को पच्चीस लाख का चेक दिया गया जो सरासर झूठ है। आर्थिक तंगी के चलते हम तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं। हमारी शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हो रही है। हम लोग घर पर ही भूखे मर रहे हैं, इसलिए यहां भूख हड़ताल पर बैठे हैं। हत्यारों की गिरफ्तारी के बावत पूछे जाने पर शिवांश ने बताया कि जिनकी गिरफ्तारी हुई है वह सही है और जो लोग हैं जो इस हत्याकाण्ड में शामिल रहे उनकी भी गिरफ्तारी होनी चाहिए। शिवांश ने मांग किया कि उसे सरकारी नौकरी दी जाय और जो मदद का आश्वासन दिया गया वह पूरा किया जाय।