करनैलगंज(गोंडा)। वर्ष 2000 में नामान्तर आदेश निरस्त कर विवादित भूमि को राज्य सरकार के खाते में निहित करने का आदेश पारित पत्रवली ही गायब है। जिसकी ऑनलाइन शिकायत की गई है। प्रकरण करनैलगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम बरबटपुर से जुड़ा है। यहां के निवासी मोहम्मद उमर ने मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से आन लाइन शिकायत किया है। जिसमे कहा गया है कि पराग पुत्र श्री खेलावन अनुसूचित जाति का व्यक्ति है। ग्राम बरबटपुर निवासी जाहिर ने
जाति छुपाकर बिना सक्षम अधिकारी का परमीशन लिये ही पराग के नाम दर्ज कागजात भूमि को बैनामा करवा लिया। यही नही तथ्य छुपाकर नामांतरण भी करवा लिया। प्रकरण का संज्ञान लेकर नायब तहसीलदार हलधरमऊ ने बीते 18 जनवरी को नामांतरण निरस्त कर दिया और भूमि को राज्य सरकार के खाते में निहित किये जाने के लिये पत्रावली वाद अमलदरामद के लिये भेज दिया। पीड़ित का आरोप है कि वह उक्त आदेश की अंकना कराने के लिये रजिस्ट्रार कानून गो हलधरमऊ से सम्पर्क करता रहा। जिस पर उन्होंने बताया कि पत्रावली नायब तहसीलदार हलधरमऊ के पास है। जिस पर उसने नायब तहसीलदार हलधरमऊ से सम्पर्क किया तो उन्होंने पत्रावली गायब होने की बात कही। नायब तहसीलदार हलधरमऊ अवनीश सिंह ने पत्रावली गायब होने की बात स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता के सम्पर्क करने पर मामले का निस्तारण कराया जायेगा।