हिंदी दिवस पर डॉ. नीरजा माधव ने राजभाषा गौरव सम्मान लेकर गोण्डा जिले का मान बढ़ाया
गुजरात के गांधी नगर में महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में गृह मंत्री अमित शाह ने किया सम्मानित
गोंडा, अमृत विचार। हिंदी दिवस 2025 के अवसर पर गुजरात के गांधी नगर स्थित महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में आयोजित पाँचवें अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में जिले की वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. नीरजा माधव को राजभाषा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी पुस्तक भारत का सांस्कृतिक स्वभाव के लिए यह सम्मान प्रदान किया। यह पुस्तक वर्ष 2024 में प्रकाशित हुई थी, जिसमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा, पर्व-त्योहारों और जीवन दर्शन को ललित निबंध शैली में प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक न केवल भारतीय कला और लोकजीवन को रेखांकित करती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भारतीयता का मूल स्वरूप भी सिखाती है।
डॉ. माधव को इससे पहले भी कई राष्ट्रीय स्तर के सम्मान मिल चुके हैं। उन्हें राष्ट्रपति द्वारा नारी शक्ति सम्मान, मैथिलीशरण गुप्त सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान, प्रज्ञा हेगडेवार सम्मान, और साहित्य महामहोपाध्याय सम्मान से भी नवाज़ा जा चुका है। इसके अलावा उनकी चर्चित कृतियाँ यमदीप (किन्नर समाज पर) और गेशे जम्पा (तिब्बती शरणार्थियों पर) ने उन्हें हिंदी साहित्य में विशिष्ट पहचान दिलाई है। डा नीरजा माधव मूलतः गोंडा जिले के बालपुर जाट गांव की निवासिनी हैं, लेकिन मौजूदा समय वह वाराणसी में प्रवासित हैं। सरकारी सेवा में रहते हुए भी लेखन के प्रति निरंतर सक्रिय रहने वाली डॉ. नीरजा माधव की उपलब्धि से पूरा क्षेत्र गौरवान्वित है। क्षेत्र के साहित्यकारों व बुद्धिजीवियों में डा नीरजा माधव के परिवार से प्रयागदत्त मिश्र, धर्मपाल सिंह, रामकुमार शुक्ल, बेनीमाधव मिश्र, विजय कुमार उपाध्याय, संदीप मिश्रा, राजेश मिश्र सहित अन्य ने उन्हें हार्दिक बधाई दी है।