चित्तौड़गढ़ बेगूं उप जिला अस्पताल में शनिवार को एक भव्य स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर उपखंड प्रशासन, न्याय विभाग, पुलिस विभाग और बार संघ के संयुक्त तत्वावधान में पहली बार आयोजित हुआ। इस ऐतिहासिक आयोजन में जज, पुलिस अधिकारी, अधिवक्ता, कर्मचारी और आमजन ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। शिविर में कुल 135 यूनिट रक्तदान किया गया, जो बेगूं क्षेत्र के लिए एक सराहनीय उपलब्धि है।
शिविर की शुरुआत वैदिक परंपरा के साथ हुई। एडीजे नीरज कुमार, एसीजेएम डॉ. पीयूष जैलिया, एसडीएम अंकित सामरिया और डीएसपी अंजलि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जोगणियां माता शक्ति पीठ संस्थान के वेदपाठियों ने वैदिक मंत्रोच्चारण कर पूरे वातावरण को भक्तिमय और ऊर्जावान बना दिया।
रक्तदान करने वालों में प्रशासनिक और न्यायिक अधिकारियों का उत्साह खास रहा। एडीजे नीरज कुमार ने स्वयं रक्तदान कर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का प्रेरणादायी संदेश दिया। इसी तरह थानाधिकारी शिवलाल मीणा, एएसआई सुरेंद्र सिंह, तथा बार संघ और शिव मित्र मंडल खटीक समाज के सदस्यों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। चित्तौड़गढ़ के सांवलियाजी अस्पताल की ब्लड स्टोरेज यूनिट और बेगूं अस्पताल के स्टाफ ने महत्वपूर्ण सेवाएँ प्रदान कीं।
शिविर में एक और उल्लेखनीय क्षण देखने को मिला, जब एडवोकेट कैलाश चंद्र मंत्री और उनकी बेटी एडवोकेट प्रीति मंत्री ने साथ-साथ रक्तदान कर मिसाल पेश की। प्रीति का यह पहला रक्तदान था, जबकि कैलाश मंत्री ने 16वीं बार रक्तदान किया। नवीन छीपा ने 31वीं बार और थानाधिकारी शिवलाल मीणा ने 7वीं बार रक्तदान किया।
इसके साथ ही, इस कार्यक्रम में एडवोकेट लालू राम कुमावत की सक्रिय भूमिका और सहयोग भी विशेष रूप से सराहनीय रहा। उनकी मेहनत और सामाजिक जुड़ाव ने शिविर को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।