कुँवर अजय प्रताप सिंह के पुत्र शारदेंन मोहन सिंह ने 5000 समर्थकों के साथ पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर योगेश प्रताप का साथ देने का किया वादा

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कुँवर अजय प्रताप सिंह के पुत्र शारदेंन मोहन सिंह ने 5000 समर्थकों के साथ पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर योगेश प्रताप का साथ देने का किया वादा

करनैलगंज(गोंडा)। करनैलगंज विधानसभा के मौजूदा भाजपा विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया का टिकट कटने के बाद वे आहत चल रहे थे और उनके चुनाव लड़ने या न लड़ने के फैसले का इंतजार पूरे विधानसभा क्षेत्र में था। मगर सोमवार को उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला लेते हुए आगामी लोकसभा चुनाव 2024 सपा से लड़ने की तैयारियां शुरू करने एवं मौजूदा सपा प्रत्याशी पूर्व राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह का समर्थन करने की घोषणा की। जिससे करनैलगंज की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया। काफ़ी समय से अस्वस्थ चल रहे कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ़ लल्ला भैया का कुशलक्षेम पूछने सोमवार को पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह अपने भारी दल बल के साथ बरगदी पहुंचे और अपनों को गले लगाकर प्रतिद्वंदिता को मिटाया। जहां वर्षों से बरगदी कोर्ट और भंभुआ के बीच राजनीति में जबरदस्त प्रतिद्वंदता थी। सोमवार को दोनों घराने के मध्य आपसी सहमति से एक हो गए। मौजूदा विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ़ लल्ला का भाजपा से टिकट न मिलने पर उन्होंने बगावत कर दिया और अब अपने सुपुत्र शारदेन मोहन सिंह को सपा से सदस्यता ग्रहण करा कर योगेश प्रताप सिंह की मदद करने की तैयार की है। लोगों की माने तो आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में सपा पार्टी से कुंवर शारदेन मोहन सिंह चुनाव मैदान में आ सकते हैं। जिनका पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह मदद करेंगे। करनैलगंज विधानसभा सीट पर अधिकांश समय तक राजनीति दो घरानों के बीच ही सिमटी रही। जिसमें धनावा स्टेट के कुंवर अजय प्रताप सिंह लल्ला भैया व पूर्व राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह का घराना शामिल रहा है। हालांकि इस बार दोनों घराने एक होकर भाजपा के उम्मीदवार को शिकस्त देने की तैयारी में है। इस मौके पर बरगदी कोट में मेले का नजारा था। दोनों राजनैतिज्ञयों के समर्थक भारी संख्या में मौजूद रहे। लल्ला भैया-योगेश भैया की नारेबाजी होती रही। योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि मेरे बाबा विधायक लल्ला भैया व उनके बीच केवल राजनैतिक मतभेद व प्रतिद्वंदता रही है। आज दोनों घराने एक होकर राजनीति करेंगे और बाहरी शक्तियों को अपना प्रत्याशी खड़ा करके करनैलगंज को अपनी मुट्ठी में करने का प्रयास किया जा रहा वह सफल नही होने देंगे।

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