भाजपा के कद्दावर नेता कुँवर अजयप्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया उतरे सपा के समर्थन में
2024 में कैसरगंज से कुँवर शारदेंन मोहन सिंह लड़ेंगे चुनाव सूत्र
:-लल्ला भैया कर्नलगंज विधानसभा से 6 बार रह चुके हैं विधायक
:-लल्ला भैया की बहन कुँवरवृज एक बार रह चुकी है विधायक
:-योगेश प्रताप सिंह 3 बार रहे हैं कर्नलगंज विधानसभा से विधायक
:-1989 में पहली बार निर्दलीय विधायक हुये थे लल्ला भैया
:-लल्ला भैया अपने बेटे कुँवर शारदेंन को राजनीति में करेंगें आगे
उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद के करनैलगंज विधानसभा में जहां कई दशक से एक दूसरे के चिर प्रतिद्वंद्वी रहे हैं। अब तक दो घरानों में राजनीति सिमट कर रह गई थी वह विरोध सोमवार को खत्म होती दिखी। 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से टिकट मांग रहे भाजपा विधायक अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया को दोबारा टिकट ना मिलने पर अब लल्ला भैया ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। समाजवादी पार्टी के करनैलगंज विधानसभा के कद्दावर नेता योगेश प्रताप सिंह जो पूर्व की सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर थे, आज अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया के घर पहुंच कर दोनों प्रतिद्वन्दी गले मिल गये। यह भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है। कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह के कृपापात्र परसपुर के ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
कयास ये भी लगाया जा रहा है कि विधायक लल्ला भैया के पुत्र कुँवर शारदेंन मोहन सिंह 2024 में समाजवादी पार्टी सेकैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह के सामने लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे।
राजनीतिक प्रतिद्वंदिता ऐसे भी समझा जा सकता है। लल्ला भैया व योगेश प्रताप सिंह बीते 40 साल से एक दूसरे के खिलाफ भिड़ते रहे हैं। इसके पहले लल्ला भैया के पिता कुवंर मदनमोहन सिंह व योगेश के पिता उमेश्वर प्रताप सिंह के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंदिता रही।