करनैलगंज(गोंडा)। कभी दो परस्पर विरोधी राजनैतिक परिवारों में शामिल रहे पूर्व राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह व वर्तमान विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह लल्ला भैया अब एक दूसरे की नैय्या के खेवनहार बन गए हैं। लल्ला भैया का परिवार योगेश प्रताप को विधायक व प्रदेश में मंत्री तो योगेश प्रताप लल्ला भैया को सांसद के रूप में देखने का प्रण ले चुके हैं। शुक्रवार को दोनों ने मिलकर एक साथ चुनाव प्रचार ही नही किया बल्कि योगेश ने लल्ला भैया के समर्थकों से लोकसभा में उनके चहेते नेता को भेजने की बात दोहराई है। करनैलगंज विधानसभा चुनाव में नई सम्भावनाएं आ सकता है। आगामी 27 फरवरी को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में सरगर्मी बढ़ती जा रही है। जहाँ एक तरफ सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार मतदाताओं को लोक लुभावने वादों के सहारे अपने पाले में लाने की जुगाड़ में दिन रात एक किये हैं। वहीं चुनाव में उनके समर्थकों की भी प्रतिष्ठा दांव पर है। बता दें कि विधानसभा में करनैलगंज क्षेत्र का 6 बार प्रतिनिधित्व कर चुके कुँवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया का भाजपा से टिकट कटने के बाद नाराज बरगदी कोट परिवार ने अचानक सपा प्रत्याशी योगेश प्रताप सिंह को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया था, बताया जा रहा है कि इसी बीच लल्ला भैया का स्वास्थ्य बिगड़ने पर इलाज के लिए उन्हें लखनऊ ले जाना पड़ा। उनके स्वास्थ्य में सुधार होने पर शुक्रवार को उनके पुत्र कुँवर शारदेन मोहन सिंह जो भाजपा से चुनाव लड़ने की उम्मीदवारी जता रहे थे, उन्होंने बरगदी कोट परिवार से जुड़े अपने सभी समर्थकों को बरगदी बुलाकर वार्ता किया और सभी से सपा प्रत्याशी योगेश प्रताप सिंह के समर्थन में जुट जाने के आवाहन के साथ क्षेत्र में प्रचार के लिये निकल पड़े। शुक्रवार को कुँवर शारदेन मोहन की प्रतिक्षा में पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह करनैलगंज-लखनऊ हाइवे पर रुके रहे और उनको साथ में लेने के बाद दोनों का काफिला प्रचार के लिये आगे बढ़ा। दोनों का लंबा लाफिला एक साथ निकला। परसपुर क्षेत्र में पहुंचने पर दोनों का जगह जगह स्वागत भी हुआ। लल्ला भैया के पुत्र व योगेश प्रताप ने मिलकर जनसम्पर्क भी किया। यह करनैलगंज विधानसभा चुनाव के इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है।